राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.)
राष्ट्रीय सेवा योजना
महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रारंभ सन् 1997 में हुआ। महाविद्यालय को प्रारंभ में 50 छात्रों की एक ईकाई आबंटित की गई जिसमें छात्र-छात्राओं दोनो की सहभागिता रही। उस समय यह इकाई गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध थी। वर्तमान में यह ईकाई बिलासपुर विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध है। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई की कार्यप्रणाली और बच्चों की कर्मठ सहभागिता तथा तात्कालीन कार्यकम अधिकारी डाॅ. राजकुमार सचदेव के अथक प्रयासों से सन् 2001 में विश्वविद्यालय के द्वारा 50 छात्रों की इस ईकाई को 100 छात्रों का किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य -“समाज सेवा के द्वारा विद्यार्थियांे के व्यक्तित्व का विकास करना है।“
राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य – “शिक्षा द्वारा समाज सेवा एवं समाज सेवा केे द्वारा शिक्षा।”
राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धांत वाक्य – “मैं नही आप”(नाहं वे भवान्)
राष्ट्रीय सेवा योजना में दो प्रकार की गतिविधीयाॅ संचालित होती है। प्रथम- “नियमित गतिविधि” तथा द्वितीय – गोद ग्राम में दिवा शिविर और सात दिवसीय “विशेष शिविर” ।
दिवा शिविर में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक गोद ग्राम में जन चेतना जाग्रत कर ग्राम वासियों को विकास की ओर प्रेरित करते है । सात दिवसीय विशेष शिविर में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक, ग्रामवासियो को शासन की विभिन्न योजनाओ/विभागो से जुड़कर विभिन्न सृजनात्मक कार्यो में युवाओं को संलग्न कर एवं सकारात्मक सोच उत्पन्न करते है। साथ ही इन युवाओं को राष्ट्र विकास की संस्कृति की ओर पे्ररित करते हैं। जैसे –
स्वच्छता, वृक्षारोपण प्लसपोलियो, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ जैसे जनजागरण कार्यो के माध्यम से समाज सेवा का भाव जागृत कर राष्ट्र सेवा का भाव जागृत करते है।
वर्तमान में राष्ट्रीय सेवा योजना की इस इकाई का संचालन कार्यकम अधिकारी प्रो. Mrs. Kanti Anchal, सहायक प्राध्यापक political science के द्वारा किया जा रहा है।
Report of NSS OF Last five years